चीन का सामान मत ख़रीदो। अच्छा अभियान है। बस इतना कहना चाहेंगे कि मेरे प्यारे से देश वासी, भोले से देश वासी, देश भक्त देश वासी; रात में सोने से पहले एक बार ये ज़रूर पता करने की कोशिश करेंगे कि भारत के बाज़ार चीन के सामान से पटे क्यूँ पड़े है। क्या भारत में मज़दूरी ज़्यादा है? आख़िर ग़रीब तो हम ज़्यादा है, कम पैसे में तो मज़दूर यहाँ काम करने को राज़ी होंगे।
Boycotting Chinese Goods
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चीन का सामान मत ख़रीदो। अच्छा अभियान है। बस इतना कहना चाहेंगे कि मेरे प्यारे से देश वासी, भोले से देश वासी, देश भक्त देश वासी; रात में सोने से पहले एक बार ये ज़रूर पता करने की कोशिश करेंगे कि भारत के बाज़ार चीन के सामान से पटे क्यूँ पड़े है। क्या भारत में मज़दूरी ज़्यादा है? आख़िर ग़रीब तो हम ज़्यादा है, कम पैसे में तो मज़दूर यहाँ काम करने को राज़ी होंगे।